Jump to content

Movement Strategy/Recommendations/Ensure Equity in Decision-making/hi

From Meta, a Wikimedia project coordination wiki
This page is a translated version of the page Movement Strategy/Recommendations/Ensure Equity in Decision-making and the translation is 100% complete.
निर्णय लेने में निष्पक्षता सुनिश्चित करें

यह आंदोलन पूरी दुनिया के समुदायों,व्यक्तियों और संगठनों से मिलकर बना है। जवाबदेही एवं ज़िम्मेदारी साझा करने के साथ-साथ निर्णय लेने और संसाधन आवंटन में भागीदारी के समान अवसर सुनिश्चित करके, हम सभी आंदोलन के हितधारकों को सशक्त करेंगे तथा उनका प्रतिनिधित्व करेंगे और यह सुनिश्चित करने के तंत्र होंगे कि उन्हें प्रभावित करने वाले सभी निर्णय वैध हैं।

इस सिफारिश के बारे में एक संक्षिप्त वीडियो रिकॉर्डिंग

सभी आंदोलन हितधारकों के पास ऐसी किसी भी निर्णय प्रक्रिया में मौजूद होने का अधिकार, ज्ञान और संसाधन होंगे, जो उन्हें प्रभावित करता हो, वे निर्णय लेंगे और संसाधन की पहुँच के अवसरों जैसी समस्याओं पर अर्थपूर्ण इनपुट देंगे। आंदोलन संरचनाएं प्रत्येक समुदाय को पारदर्शिता से सेवा और सहायता प्रदान करेंगी, प्रत्येक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, ज़रूरत पड़ने पर तात्कालिकता के साथ ज़रूरतों को पूरा करेंगी।


आंदोलन की संरचनाएं अनुकूलित और इस प्रकार निर्मित होंगी जिससे सुनिश्चित किया जा सके कि सभी विकिमीडियन की रुचियों और अनुभवों को निर्णय लेने में प्रतिनिधित्व मिले। ये संरचनाएं एक स्थिर गति के साथ रोल आउट की जाएंगी। इनके कार्य और प्रभावकारिता की निरंतर मूल्यांकन की जाएगी जिससे पर्याप्त डिजाइन, पुनरावर्तन और परामर्श प्राप्त हो सके।


यह अनुशंसा निम्नलिखित पाँच उपखंडों से बनी है:

== निर्णय लेने के लिए कोई सामान्य ढांचा स्थापित करना ==

क्या

हमारा आंदोलन ऐसे निर्णय लेगा, जो परिप्रेक्ष्य के आधार पर हों, क्योंकि एक जगह से दूसरी जगह की सामान्य चुनौतियों के समाधान काफी अलग हो सकते हैं। हम साझा जिम्मेदारियों और समावेशन का लक्ष्य रखते हैं। इसके काम करने के लिए, हम एक आंदोलन चार्टर स्थापित करेंगे जिससे संबद्धता का भाव प्रदान किया जा सके, और साथ ही हमारे आंदोलन के मौजूदा तथा भविष्य के सदस्यों के लिए भूमिकाओं एवं ज़िम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जा सके।

परिवर्तन तथा कार्रवाइयाँ

  • निम्नलिखित के लिए आंदोलन चार्टर बनाएं:
    • वैश्विक परिषद, स्थानीय और विषयगत केंद्रों के साथ-साथ अन्य मौजूदा और नए निकायों तथा निर्णय लेने वाली संस्थाओं की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों सहित आंदोलन की संरचनाओं के लिए मूल्य, सिद्धांत और नीतिगत आधार निर्धारित करें,
    • उन आंदोलन-व्यापी निर्णयों और प्रक्रियाओं के लिए ज़रूरतों और मानदंडों को स्थापित करें, जिन्हें सभी हितधारकों द्वारा वैध माना जाए और उसपर विश्वास किया जाए, जैसे
      • सुरक्षित सहयोगी वातावरणों को बनाए रखना,
      • पूरे आंदोलन में आय निर्माण और वितरण सुनिश्चित करना,
      • उचित जवाबदेही क्रियाविधियों के साथ संसाधनों को किस प्रकार आवंटित किया जाना है, इसपर सामान्य दिशानिर्देश देना।
      • यह पारिभाषित करना कि समुदाय एक साथ कैसे काम करेंगे और एक दूसरे के लिए कैसे जवाबदेह होंगे।
      • प्रतिभागिता की अपेक्षाएं और प्रतिभागियों के अधिकार स्थापित करना।


  • वैश्विक आंदोलन की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाले उन प्रतिभागियों को शामिल करके अस्थायी समिति स्थापित करना, जो खुलेपन, पारदर्शिता और व्यापक आंदोलन तथा समुदायों के घनिष्ठ सहयोग से काम करें जिससे:
    • वह अंतरिम वैश्विक परिषद के तौर पर काम कर सके और आंदोलन की कार्यनीति कार्यान्वित करने में सहायता करने के लिए नेतृत्व की भूमिका निभा सके। यह अस्थायी समिति, आंदोलन चार्टर के बन जाने और उसके अनुसार वैश्विक परिषद स्थापित किए जाने के बाद भंग कर दी जाएगी,
    • समुदायों, संगठनों और विषयवस्तु विशेषज्ञों के परामर्श से आंदोलन चार्टर के विकास का अवलोकन करे,
    • अपनी उन मौजूदा ज़िम्मेदारियों के क्षेत्रों को पहचानने के लिए विकिमीडिया फ़ाउंडेशन के न्यासी बोर्ड के साथ संलग्न हो सके, जिसे अनुशंसाओं के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हस्तांतरित किया जाना चाहिए, तथा
    • उन ज़िम्मेदारियों और प्राधिकार को उचित आंदोलन की अगुवाई वाले निकायों को हस्तांतरित करने के लिए, एक स्वतंत्र कानूनी मूल्यांकन के साथ, एक स्वतंत्र और पारदर्शी प्रक्रिया निर्मित करे। जिन स्थितियों में, संगठन संरचनाओं की वैध सीमाओं को पार नहीं किया जा सकता, वहां एक सामाजिक अनुबंध स्थापित किया जाए जिससे उन निकायों को कानूनी तौर पर गैर-बाध्यकारी लेकिन सामाजिक तौर पर बाध्यकारी निर्णय लेने में सक्षम बनाया जा सके। यह सुनिश्चित करता है कि वैश्विक परिषद और अन्य आंदोलन की अगुवाई वाले निकायों के प्राधिकार और ज़िम्मेदारियों का आदर हो और वे आंदोलन के भीतर नेतृत्व करें।

औचित्य

हम एक विविधतापूर्ण एवं विकासशील आंदोलन हैं और हमें निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में नए विचार एवं अधिक विविधता शामिल करने की ज़रूरत है। हमारा लक्ष्य हितधारकों में विश्वास एवं समन्वय के लिए तंत्रों को बढ़ाना, हमारे आंदोलन का अंग होने का क्या अर्थ है इसे परिभाषित करने के लिए आम समझ बनाना, और यह सुनिश्चित करने के लिए अपने पास तंत्र रखना है कि पूरे आंदोलन को प्रभावित करने वाली प्रक्रियाएं एवं परिवर्तन वैध तथा विश्वसनीय हैं। समग्र रूप से, 2030 तक मुक्त ज्ञान के पारिस्थितिकी तंत्र का मूलभूत ढांचा बनने के लिए, कैसे एक साथ काम करना है और कार्यनीतिक दिशा कैसे हासिल करनी है, इसे परिभाषित करने की समान संरचना होना अत्यन्त महत्वपूर्ण है।

वैश्विक निर्णय लेने में न्यायसंगत प्रतिनिधित्व को सक्षम बनाना

क्या

आंदोलन-व्यापी निर्णय लेने के लिए, हमें एक वैश्विक संरचना की जरूरत होती है, जो समग्र रूप से हमारे आंदोलन की ज़रूरतों का उत्तर दे तथा समुदायों का न्यायसंगत रूप से प्रतिनिधित्व करे। यह कार्य पूरा करने के लिए, एक वैश्विक परिषद (Global Council) बनाई जाएगी।

परिवर्तन तथा कार्रवाइयाँ

हम इसकी भूमिका एवं संरचना में इस आंदोलन के वैश्विक परिषद प्रतिनिधि की स्थापना करेंगे। यह निर्वाचित तथा चयनित-दोनों तरह के सदस्यों से बनेगी, इस तरह से न केवल मौजूदा आंदोलन में, बल्कि उन समुदायों में भी, जिनकी हम सेवा करना चाहते हैं, प्रतिभागिता की व्यापकता एवं विविधता को दर्शाने के लिए निर्मित किया जाएगा। इस निकाय के पास वे प्राधिकार एवं ज़िम्मेदारियां होंगी, जिनका चार्टर में उल्लेख किया गया है, तथा इनमें ये शामिल होने चाहिए, लेकिन इन तक ही सीमित नहीं है:

  • जहां कहीं संभव हो, सामुदायिक इनपुट के साथ आंदोलन की कार्यनीति के क्रियांवयन की देखरेख, तथा आंदोलन की स्थापित संरचनाओं से इसका तालमेल करना;
  • आंदोलन के चार्टर के आगे के विकास तथा पृष्ठांकन की देखरेख करना;
  • आसपास के सभी आंदोलन संगठनों का दायित्व लागू करना:
    • आंदोलन की निधियों का प्रयोग करना;
    • विकिमीडिया के मिशन, दृष्टि एवं कार्यनीतिक दिशा से तालमेल करना;
    • आंदोलन के चार्टर का पालन करना;
    • आंदोलन की ब्रांडिंग तथा चिह्नों का समुचित प्रयोग करना;
  • आंदोलन के लिए संसाधन आवंटन तथा राजस्व सृजन का ढांचा तैयार करना।
  • कोई उत्तरदायित्व जिसकी अंतरिम वैश्विक परिषद ने बोर्ड द्वारा प्रत्यायोजित किए जाने की ज़रूरत के रूप में पहचान की हो।


विकिमीडिया फ़ाउंडेशन के न्यासी बोर्ड (Board of Trustees) के पास फिलहाल आंदोलन के संसाधनों एवं निरीक्षण का कानूनी एवं न्यासीय उत्तरदायित्व है। शुरूआत में, वैश्विक परिषद को बोर्ड के अधिदेश से एक स्वतंत्र ढांचे के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसका अर्थ यह है कि उल्लिखित क्षेत्रों में निर्णय लेते समय, वैश्विक परिषद न्यासी बोर्ड के साथ घनिष्ठता से काम करेगी। ये दोनों संस्थाएं हमारे आंदोलन की समग्र भलाई के लिए सहयोग करेंगी। हमारे आंदोलन का प्रतिनिधित्व करने से प्रदत्त अपने वैध प्राधिकार पर विचार करते हुए, वैश्विक परिषद बाद में और भी क्षमताएं विकसित कर सकती है तथा समय के साथ और भी जिम्मेदारियां ले सकती है।

=

औचित्य ===

डिफॉल्ट रूप से – तथा किसी वैश्विक संरचना के अभाव के चलते – विकिमीडिया फ़ाउंडेशन के न्यासी बोर्ड (बोर्ड) के पास फिलहाल पूरे आंदोलन के लिए निर्णय लेने का काम है। फिर भी, यह इच्छा बलवती हो रही है कि एक वैश्विक, अधिक प्रातिनिधि करने वाली संरचना की जरूरत है। बोर्ड की मौजूदा संरचना एवं मानदंडों के अनुसार, आंदोलन के समग्र विकास के लिए ज़रूरी कुछ प्रमुख क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व अच्‍छा नहीं है (जैसे, तकनीकी विशेषज्ञता, आंदोलन का अभिशासन तथा उभरते समुदायों से संदर्श)। इन खाइयों को पाटने के लिए, कार्यनीतिक महत्व तथा विशिष्ट प्रत्यायोजित कार्यों के मामलों में मार्गदर्शन करने के लिए बोर्ड द्वारा वैश्विक परिषद को अधिकार दिए जाएंगे। आंदोलन-व्यापी कार्यनीति के सरोकारों को प्रभावित करने वाले मामलों को बोर्ड द्वारा वैश्विक परिषद के पास भेजा जाएगा।


असंतुलित परिणामों को रोकने के लिए हमारे समुदायों को प्रभावित करने वाले किसी भी निर्णय में उन समुदायों को शामिल करना होगा। समुदायों का प्रतिनिधित्व प्रदान करने के अतिरिक्त, वैश्विक परिषद साझा उत्तरदायित्व एवं जवाबदेही भी सुनिश्चित करती है। आंदोलन की दूसरी मौजूदा संरचनाएं, जैसे संबद्धता समिति (Affiliations Committee) या निधि प्रसार समिति (Funds Dissemination Committee) की समीक्षा की जाएगी तथा क्रियान्वयन एवं चार्टर के विकास के दौरान अनुकूलित किया जाएगा।

स्थानीय समुदायों के सशक्तिकरण को सक्षम बनाना

क्या

क्षेत्रीय तथा विषयगत केन्द्र मौजूदा तथा भावी समुदायों को उनकी भिन्न-भिन्न ज़रूरतें पूरी करने के लिए खुद अपने निर्णय लेने एवं लागू करने की क्षमता तथा संसाधनों से सशक्त बनाएँगे। यह स्थिरता, लचीलापन, तथा पूरे आंदोलन के लिए विकास सुनिश्चित करेगा। क्षेत्रीय केंद्र, गतिविधियों, उपकरणों तथा सूचनाओं को प्रासंगिक बनाने की अनुमति देंगे। यदि उचित रूप से साधन जुटाए जाएं, तो वे क्षमता निर्माण, ज्ञान के हस्तांतरण पर समन्वय संबद्ध समूहों को सहयोग करने के लिए सशक्त करेंगे। विषयगत केंद्र पूरे आंदोलन में विशेषज्ञता तथा काम करने की अनुमति देते हैं, जहां साझे उद्देश्य समन्वित समाधानों से लाभ उठाते हैं। परिणामस्वरूप, नए संबंध तथा संरचनाएं सामने आएंगी, या मौजूदा संरचनाएं मजबूत की जाएंगी, जो अधीनस्थता के सिद्धांत को व्यवहार में लाएंगी।

परिवर्तन तथा कार्रवाइयाँ

  • सक्रिय रूप से क्षेत्रीय एवं विषयगत केंद्रों के निर्माण को सुकर बनाते हैं तथा उसकी सहायता करते हैं, क्योंकि संरचनाओं को पहचान की ज़रूरतों और सफलता के प्रतिमान, दोनों के आधार पर रचा गया है, जिसमें संघटित रूप से नेटवर्क का विकास करना शामिल है।
    • आकलन करना कि आंदोलन के दौरान कौन से विषयगत (जैसे हिमायत, क्षमता निर्माण, साझेदारी, अनुसंधान आदि) या आंदोलन के भौगोलिक क्षेत्रों को ऐसी संरचनाओं की ज़रूरत है, जो हितधारकों के बीच समन्वय में सहायता करते हैं।
    • केंद्र या तो मौजूदा संस्थाओं का विस्तार, सहयोगियों के बीच सहयोग होते हैं, या किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए गठित नई संरचनाएं होती हैं। उनसे पहचानी गयी ज़रूरतों एवं संगठित पहलों के अनुसार उभरने की अपेक्षा की जाती है।
    • केंद्र अपने दैनिक कार्य एवं संचालन में स्वतंत्र होते हैं, फिर भी दूसरे हितधारकों के साथ समन्वय तथा शेष आंदोलन के साथ अपने काम के परिणामों को साझा करते हैं।
  • ये संरचनाएं आंदोलन के चार्टर के अनुसार निर्णय लेने में उच्च मानकों की विविधता, समावेशन, जवाबदेही तथा निष्पक्षता की दिशा में काम करेंगी।
  • इन संरचनाओं के ठोस दायरे तथा कार्यक्षमता का निर्णय समुदायों तथा संगठनों द्वारा उनके प्रसंगों एवं ज़रूरतों के आधार पर किया जाएगा। ये प्रणलियां निम्नलिखित कार्यों को उपलब्ध कराते समय अधीनस्थता के सिद्धांत का पालन करेंगी:
    • संसाधनों का आवंटन;
    • समुदाय के सदस्यों तथा संगठनों को कानूनी सहायता देना, तथा स्थानीय संदर्भों के लिए अनुकूलित सुरक्षा और संरक्षा के दिशानिर्देशों एवं प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करना;
    • क्षमता निर्माण का समन्वय करना;
    • अनुकूलित सलाह तथा समकक्षों के समर्थन (मूल्यांकन, वित्त पोषण, नेटवर्किंग, संरक्षण, आदि) के जरिए संगठनात्मक विकास की सहायता करना;
    • समुदायों की बेहतर सेवा के लिए समुचित तकनीकों का विकास करना।

जैसे-जैसे केंद्र उभरते तथा विकसित होते हैं, उनका दायरा तथा उनका अभिशासन उनके साथ काम करने वाले समुदायों की ज़रूरतों एवं क्षमताओं के आधार पर भिन्न-भिन्न होंगे। केंद्रों की सफलता एवं प्रभाव के मूल्यांकन के लिए एक ढांचा, साथ ही यह सुनिश्चित करने के तरीके विकसित करने की भी ज़रूरत होगी, कि ये केंद्र आपस में जुड़े हुए हैं।

औचित्य

स्थापित समुदायों एवं संस्थाओं में हमारी ऐतिहासिक संरचनाएं और प्रक्रियाएं फिलहाल आंदोलन में शक्ति तथा धन के केन्द्रीकरण को मजबूत करती हैं। इसका अर्थ है कि कई फैसले उनसे प्रभावित विभिन्न हितधारकों से परामर्श किए बिना लिए जाते हैं, जो न केवल आंदोलन के विकास में बाधा डालते हैं, बल्कि उन निर्णयों की वैधता तथा प्रभाव को भी प्रभावित करते हैं।

मारी कार्यनीतिक दिशा को प्राप्त करने के लिए, हमारे आंदोलन में हितधारकों तथा प्रणालियों को एक सहयोगी, सहायक पारिस्थितिकी तंत्र के तौर पर कार्य करना चाहिए तथा प्राधिकार एवं काम की पुनरावृत्ति पर भ्रम से बचना चाहिए। सर्वाधिक प्रभावी दृष्टिकोण स्थानीय संस्कृतियों एवं दशाओं का सम्मान करते हैं तथा प्रतिभागियों को खुद अपनी प्रथाएं विकसित करने, परीक्षण करने एवं साझा करने में सशक्त बनाते हैं।

हमारा आंदोलन स्वतंत्र और विभाजित तरीकों से विकसित हुआ है, मगर विकास के अगले स्तर की सहायता करने के लिए अभी भी प्रणालियों, एजेंसी, प्रशिक्षण एवं बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। ऑनलाइन काम तथा ऑफलाइन गतिविधियों, दोनों के लिए कई आंदोलनकारी संगठनों एवं समुदायों को मिलाकर संयुक्त निर्णय लेना अक्सर कठिन होता रहा है। विभिन्न सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण, कुछ संदर्भों में समुदायों को संसाधन, प्रासंगिक मार्गदर्शन या सुरक्षा देना कठिन है। ये कठिनाइयां किसी ऐसे दृष्टिकोण की ज़रूरत का औचित्य साबित करती हैं, जो स्थानीय या क्षेत्रीय रूप से प्रेरित हो तथा पूरे समुदायों में समन्वित किया जाए।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि इस आंदोलन के संसाधन ज्यादा समान रूप से वितरित किए जाएं, उन संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने के लिए निर्णय लेने की ज्यादा विभाजित प्रक्रिया बनाना जरूरी है। इसे वितरित, शक्ति की विकेंद्रीकृत संरचनाओं तथा संसाधन आवंटन के जरिए किया जा सकता है, जो आंदोलन के छोटे तथा नए हितधारकों को संपोषणीय तरीकों में विस्तार करने तथा नेतृत्व एवं अभिकरण लेने के लिए कौशल

प्रतिभागितापूर्ण संसाधन आवंटन

क्या

यह ज़रूरी है कि विकिमीडिया के सहयोगी संगत कौशल विकसित करने, विकास करने, संरचनाओं का निर्माण करने तथा जवाबदेह एवं स्थिर तरीके से हमारे आंदोलन में योगदान करने के लिए वित्तीय सहायता की राह तलाशें। प्रसंगों के लिए अधिक निष्पक्षता एवं संगति सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रतिभागितापूर्ण संसाधन आवंटन प्रक्रियाओं को हितधारकों के और भी निकट बनाया जाएगा।

परिवर्तन तथा कार्रवाइयाँ

  • निकट भविष्य में, विकिमीडिया फ़ाउंडेशन को आंदोलन की कार्यनीति लागू करने के प्रयोजन से आंदोलन की ओर निर्देशित समग्र वित्तीय एवं दूसरे संसाधनों में वृद्धि की जानी चाहिए।
  • इन अतिरिक्त संसाधनों को आंदोलन के मौजूदा संगठनों तथा सहयोगियों के अतिरिक्त नए क्षेत्रीय एवं विषयगत केंद्रों तथा आंदोलन के दूसरे संगठनों की सहायता करनी चाहिए।
  • निकट भविष्य में, संसाधन आवंटन में इस आंदोलन को एक मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए। आवंटन की प्रक्रियाएं परामर्श के जरिए निर्मित की जानी चाहिए तथा आंदोलन के चार्टर में इसका वर्णन किया जाना चाहिए। आंदोलन-प्रेरित मार्गदर्शन की दिशा में यह परिवर्तन एक समयबद्ध तरीके से होना चाहिए।
  • वैश्विक परिषद को आंदोलन के चार्टर में यथा वर्णित मार्गदर्शन के क्रियान्वयन का निरीक्षण करना चाहिए, जिसमें जबकि इसमें शामिल संगठनों के कानूनी और न्यासीय दायित्वों को मान्यता देते हुए, क्षेत्रीय तथा विषयगत केंद्र एवं आंदोलन के दूसरे संगठनों को निधि आवंटन की सिफारिशें शामिल हैं।
  • वैश्विक परिषद द्वारा स्थापित ढांचों के आधार पर, क्षेत्रीय तथा विषयगत केंद्र बहु-वर्षीय योजनाओं से समुदायों एवं संगठनों को सुरक्षित करने एवं बनाए रखने के लिए विश्वसनीय, प्रासंगिक, लचीले एवं लोचदार दृष्टिकोणों के जरिए संसाधन आवंटन की सुविधा प्रदान करेंगे।
  • आंदोलन के कार्यनीतिक लक्ष्यों को स्थानीय ज़रूरतों एवं निर्देशों से मिलाते हुए, पारस्परिक जवाबदेही विनिर्दिष्ट करने तथा स्थानीय फंडिंग पहलों के लिए रास्ते खोलने के लिए दीर्घता के मामले में फंडिंग प्रणालियां लचीली होनी चाहिए।

औचित्य

धन या अनुदानों तक बढ़ती हुई पहुंच अकेले असमानता के ऐसे मुद्दों का निराकरण करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगी कि संसाधन के निर्णय कैसे किए जाते हैं या उन्हें कैसे प्राथमिकता दी जाती है। प्रत्येक संदर्भ में संसाधन लोगों में और उनके द्वारा आवंटित किए जाएं तथा उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए तैयार की जाएं। संसाधन आवंटन के निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में प्रभावित समुदायों की शक्ति, विशेषज्ञता तथा ज्ञान को शामिल करने की ज़रूरत होती है। इस तरह से क्षमता निर्माण में सहायता करने तथा अधिक संपोषणीय बनाने के लिए हमारे समुदायों को सशक्त बनाने के लिए संसाधन उपलब्ध कराना संभव होगा।

हमारे संसाधन आवंटन प्रणालियों को बदलने से अधिक प्रासंगिक तथा कारगर संसाधन वितरण सुनिश्चित होगा तथा यह अधिक स्थानीय अभिकरण एवं प्रभाव पैदा करेगा। समुदायों की क्षमताओं के विकास तथा उनकी स्थिरता पर सकारात्मक प्रभाव से वे ज्यादा स्वायत्त एवं जवाबदेह बनेंगे।

निर्णय लेने की भूमिकाओं के लिए खुली राहें

क्या

अधिक न्यायसंगत आंदोलन के निर्माण के लिए, भूमिकाओं एवं ज़िम्मेदारियों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाएगा। भ्रम से बचने के लिए तथा अधिक विविधतापूर्ण एवं प्रातिनिधित्व करने वाले विचारों को शामिल करने के लिए पद-शक्ति के रास्ते खुले तथा पारदर्शी होंगे। हमारे आंदोलन में भूमिकाओं के बारे में अधिदेश एवं प्राधिकार पर संघर्षों को हल करने के तंत्र का निर्माण किया जाएगा तथा उसे सहमति दी जाएगी।

परिवर्तन तथा कार्रवाइयाँ

  • बोर्ड कैसे काम करते हैं, इस बारे में अच्छी प्रथाओं के दिशानिर्देश स्थापित करें, जैसे निबंधन की सीमाएं, निर्वाचन एवं चयन प्रक्रियाएं, तथा अन्य अभिशासन प्रश्नों के लिए दृष्टिकोण जहां किसी समुदाय के लिए लागू तथा संगत हों। हर हितधारक द्वारा इन दिशानिर्देशों को अनुकूलित करने तथा प्रासंगिक बनाने की ज़रूरत होगी। वैश्विक परिषद द्वारा अच्छी प्रथाओं का पालन कराने के लिए बोर्ड को उत्तरदायी ठहराया जाएगा। ऐसा नहीं करने वालों के लिए, समीक्षा करने तथा सहायता करने के लिए वैश्विक परिषद तंत्र बनाएगी।
  • विभिन्न प्रकार की निर्वाचित भूमिकाओं को चलाने के लिए नए स्वयंसेवकों को सशक्त बनाने/ प्रेरित करने तथा सक्षम करने/सहायता करने, दोनों के लिए सामूहिक रूप से अच्छी प्रथाओं के दिशानिर्देश परिभाषित करें। ये प्रयास विशेषकर कम प्रतिनिधित्व वाले समूहों पर केंद्रित होंगे।
  • सुनिश्चित करें कि नेतृत्व की स्थिति तथा उन तक पहुँचने के तरीके प्रलेखित, पारदर्शी एवं सुगम्य हों।

औचित्य

समुदायों में शक्ति का मौजूदा वितरण, शक्ति के पदों तक कई लोगों की पहुंच को सीमित करता है, जिसमें महिलाएं तथा फिलहाल कम प्रतिनिधित्व वाले लोग शामिल हैं। मौजूदा संरचनाएं (या संरचनाओं की कमी) न केवल सत्ता की स्थिति में भाग लेने की संभावनाओं को, बल्कि हमारे आंदोलन में नए नेताओं के उभरने की भी संभावनाएं सीमित करती हैं।

जब भी मौजूदा शक्ति संतुलन को चुनौती दी जाती है, तो उन्हें हल करने के लिए समग्र मार्गदर्शन तथा आंदोलन-व्यापी संयुक्त निर्णय लेने के तंत्र की कमी को देखते हुए मौजूदा संरचनाओं की रक्षा के लिए संघर्ष उभरते हैं। निष्पक्ष एवं खुले संघर्ष समाधान तथा शक्ति को सीमित करने के उपायों का उद्देश्य मौजूदा संरचनाओं को निष्पक्षता से संतुलित करना होता है। इन सभी से विकिमीडिया भावी समुदायों को समावेशी बनाएगा तथा इससे हमारी पूरी क्षमता एवं विविधता विकसित करने के लिए सांस्कृतिक परिवर्तन होगा।