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Movement Strategy/Principles/hi

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आंदोलन रणनीति सिद्धांत
कार्यनीति सिद्धांत क्या होता है

सिद्धांत वो मूलभूत विश्वास हैं, जो पूरे आंदोलन में हमारे कार्य का मार्गदर्शन करते हैं। आंदोलन की कार्यनीति की अनुशंसाएं बनायी जा चुकी हैं तथा इन दस सिद्धांतों के आधार पर लागू की जाएंगी। वे अभिन्न रूप से संबद्ध हैं तथा एक साथ मिलकर इस बात को परिभाषित करती हैं कि विकिमीडियन होने का क्या अर्थ है।

लोक-केंद्रित

लोक-केंद्रित होने का मतलब है कि हमारे आंदोलन के हर पहलू को उन लोगों की ज़रूरतों एवं चुनौतियों का निराकरण करना चाहिए, जो इसे ताकत देते हैं तथा जिनकी यह सेवा करता है, जिससे हर व्यक्ति समस्त मानव ज्ञान में अपने बेहतरीन तरीके से योगदान कर सके। हमारा आंदोलन व्यक्तियों तथा समूहों, बहुसंख्यक स्वयंसेवकों तथा संस्कृतियों एवं भौगोलिक क्षेत्रों में काम करने वाले भागीदारों द्वारा अनुप्राणित है। इन हितधारकों की ज़रूरतें अनोखी हैं, जिसका प्रौद्योगिकी, नीतियों, प्रथाओं एवं संरचनाओं को निराकरण करना चाहिए ताकि वे मजबूत हों तथा बाधाओं से मुक्त योगदान करने में समर्थ हों। हमारा आंदोलन विविधता में समृद्ध हो, इसके लिए जरूरी है कि जो लोग अनुपस्थित हैं, उनके बारे में जागरूकता बढ़ायी जाए। उनका स्वागत करने के लिए, हमें सामूहिक तथा समावेशी रूप से जिम्मेदारी लेने एवं परिवर्तन को प्रोत्साहित करने की ज़रूरत है।

सुरक्षा एवं संरक्षा

सभी भागीदारों का कल्याण, सुरक्षा, और संरक्षा हमारी परियोजनाओं तथा समुदायों के बने रहने एवं विकसित होने के लिए पहली ज़रूरत हैं। सुरक्षित पर्यावरण के मूलभूत विकास के बिना समावेशी होना, विविधतापूर्ण विकास करना, ज्ञान की निष्पक्षता प्रदान करना, साझेदारी का विकास, एवं मुक्त ज्ञान पारिस्थितिकी तंत्र की ज़रूरी समर्थन प्रणाली बनना असंभव होगा। प्रतिभागियों को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन, दोनों स्थानों में सुरक्षित महसूस करना चाहिए, तथा इसे हासिल करने के लिए हमारे पूरे आंदोलन में मौजूदा संस्कृति में परिवर्तन की ज़रूरत होगी। सिर्फ सुरक्षा की हिमायत करने के बजाय, हम नीतियों को अपनाकर तथा प्रौद्योगिकी, संसाधन, तथा अवसंरचना उपलब्ध कराकर अपने आंदोलन के प्रतिभागियों की गोपनीयता एवं सुरक्षा की रक्षा करने के लिए अपने पर्यावरण को सुरक्षित बनाने में निवेश करेंगे।

समावेशिता तथा प्रतिभागितापूर्ण निर्णय लेना

दृष्टिकोण एवं पहचान की विविधता में समृद्ध होने के लिए समावेशिता, विकिमीडिया आंदोलन की प्रक्रियाओं, प्रथाओं और संरचनाओं के विकास का मूल है। मौजूदा विशेषाधिकारों के साथ-साथ प्रतिभागिता की बाधाओं का निराकरण करके अपने बुनियादी ढांचे का निर्माण हम साभिप्राय सामुदायिक विकास के आधार पर करना चाहते हैं। उस दायरे के लोगों के कौशल को सशक्त तथा विकसित करके, हम अपने पारिस्थितिक तंत्र की सुगम्यता, प्रयोज्यता स्थानीयकरण, तथा गतिशीलता (तकनीकी मंच, प्रक्रियाएं तथा संगठनात्मक संरचनाएं) को बढ़ाते हैं। संरचनाओं तथा मंचों को अनुकूलनीय होने की जरूरत है, केवल उन लोगों को सशक्त बनाने के लिए नहीं जो हमारे आंदोलन में पहले से ही हैं, बल्कि उन लोगों को शामिल करने के लिए जिन्हें अभी इससे जुड़ना है तथा जो पहले बहिष्कृत या तिरस्कृत थे। यह हमारे लोगों, लिंग तथा विषय-सामग्री के हमारे प्रतिनिधित्व में खाई को पाटने में सहायता करने के लिए ज़रूरी है। यह सुनिश्चित करने के साभिप्राय प्रयास किए जाने चाहिए कि सभी विचार शामिल किए जाएं तथा ऐसे निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में उनकी स्पष्ट भूमिका हो, जो उन्हें तथा हमारे आंदोलन को प्रभावित करती हैं।

इक्विटी एवं सशक्तिकरण

इक्विटी के लिए प्रयास करने के लिए विकिमीडिया के हितधारकों के लिए ज़रूरी है कि सभी के साथ निष्पक्ष तथा परिस्थितियों के आधार पर व्यवहार करें। सचमुच खुले आंदोलन के गुण, लोगों को सशक्त बनाने तथा उनकी चरम वास्तविक क्षमता तक पहुंचने की क्षमता की चुनौतियों (तकनीकी, प्रशासनिक, भाषायी, वित्तीय, आदि) पर विजय पाने की निरंतर विकसित होने वाली प्रक्रिया पर आधारित होते हैं। न्यायसंगत प्रतिनिधित्व तथा प्रतिभागिता वही नहीं हैं, जो सशक्तिकरण के लिए समान अवसर एवं पहुंच के समान होती है। समान रूप से सभी पर लागू होने वाली नीति में असमानता हो सकती है, यदि यह दूसरे की तुलना में किसी समूह को असमान रूप से लाभान्वित करे। समानता की अपेक्षा होती है कि सभी को एक ही चीज प्रदान की जाए; इक्विटी की अपेक्षा होती है कि हर एक को समुदाय तथा संदर्भ के उपयुक्त स्तर पर अवसर प्रदान किया जाए, यह मानते हुए कि कुछ लोग प्रतिकूल परिस्थितियों में शुरूआत कर रहे हैं।

अधीनस्थता एवं आत्म-प्रबंधन

हमारा आंदोलन जहां संभव हो, सर्वाधिक तात्कालिक या स्थानीय स्तर पर निर्णय करेगा तथा अधिक प्रतिभागितापूर्ण निर्णय लेने के रास्ते खोलेगा। अधीनस्थता का अर्थ है कि पूरी दुनिया के हमारे ऑनलाइन तथा ऑफलाइन समुदायों को जब भी संभव हो, अपने लिए निर्णय लेने चाहिए। यह इस धारणा पर आधारित है कि वे अपने क्षेत्रों में समस्त मानव ज्ञान का प्रतिनिधित्व करने के लिए अपनी खुद की क्षमताओं, अवसरों, ज़रूरतों तथा बाधाओं को पहचानने में समर्थ हैं। जवाबदेही एवं पारदर्शिता के साथ, वे अपने संसाधनों तथा गतिविधियों का स्व-प्रबंधन करेंगे एवं बाधाएं दूर करने के लिए उनकी ज़रूरतों का प्रावधान करेंगे।

संदर्भीकरण

संदर्भीकरण हमें यह पहचानने की अनुमति देता है कि प्रक्रियाओं का कोई भी सेट ऐसा नहीं है, जो हर जगह कार्यकुशल एवं प्रभावी हो। हमारे आंदोलन की विविधता को देखते हुए, हमारे काम एवं संलग्नता का मूल्यांकन किया जाना चाहिए तथा विभिन्न भौगोलिक, सांस्कृतिक, सामाजिक-राजनीतिक एवं आर्थिक संदर्भों के लिए अनुकूलित किया जाना चाहिए, क्योंकि हम अपनी दुनिया में परिवर्तन के लिए अनुकूलन कर रहे हैं। हम मानते हैं कि जो चीज एक समुदाय में काम करती है, हो सकता है कि वह दूसरे पर लागू न हो। हमारे आंदोलन कासतत विकास तथा स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए, हमें अपने मतभेदों की सराहना करनी चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा पारिस्थितिकी तंत्र लचीलेपन एवं स्थानीय स्वामित्व से बनाया जाए। ये यह सुनिश्चित करता है कि हमारे पास आंदोलन के प्रतिभागियों का एक विविध आधार तथा योगदानकर्ता हों जो स्थानीय संसाधनों, प्रौद्योगिकी एवं बेहतरीन प्रक्रियाओं से समर्थित हों।

सहयोग एवं सहकारिता

सहयोग एवं सहकारिता हमारे आंदोलन का मार्गदर्शन करते हैं क्योंकि हम अपनी कारगरता एवं चुनौतियों के प्रति अनुक्रिया में सुधार करने के लिए अपने सामूहिक ज्ञान, अनुभवों, एवं विभाजित विशेषज्ञता का प्रयोग करते हैं। हमारी अधिकांश शक्ति और प्रभाव सहयोगात्मक संबंधों को विकसित करने तथा मुक्त ज्ञान पारिस्थितिकी तंत्र में हितधारकों के साथ साझेदारी को मजबूत करने पर निर्भर है तथा उनसे परे है जिनके पास ऐसे ज्ञान एवं संसाधन हैं, जो कुछ नया करने, अनुकूलन करने एवं विकसित होने में हमारी सहायता कर सकते हैं। हमारे आंदोलन में, हम एक-दूसरे से सीखकर तथा कौशल, ज्ञान, औजार, उपकरण एवं दूसरे संसाधनों का आदान-प्रदान करके उन्नति करते हैं, इसलिए हम सभी दक्षता प्राप्‍त करते हैं तथा पूरे आंदोलन में अपने प्रभाव, संलग्नता एवं योगदान का प्रसार करने में समर्थ होते हैं। सहयोग एवं सहकारिता को तब बढ़ावा मिलता है जब योगदानकर्ताओं तथा संगठनों को सभी स्तरों पर एकसाथ काम करने, साझेदारी करने अथवा लक्ष्यों को विकसित एवं प्राप्त करने में एक दूसरे की सहायता करने का अधिकार दिया जाता है। हमारे आंदोलन को कैसे विकसित तथा मजबूत किया जाए, इसका अनुभव और विशेषज्ञता अपने लोगों के बीच ज्ञान के पारस्परिक आदान-प्रदान में निहित होता है।

पारदर्शिता एवं जवाबदेही

पारदर्शिता यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी है कि हर कोई स्पष्ट रूप से समझ सके कि हमारी प्रणालियां, अभिशासन एवं सहयोग कैसे काम करते हैं, तथा यह एक दूसरे की प्रतिभागिता एवं जवाबदेही को कैसे सुकर बनाता है। हमारी कार्रवाइयों को एक दूसरे के प्रति तथा एक दूसरे के लिए पारदर्शिता एवं जवाबदेही के लिए साभिप्राय प्रतिबद्धता से निर्मित किया जाएगा। प्रतिभागियों के सहयोग से निर्मित कोई प्रणाली हर किसी से अपने निरंतर स्वास्थ्य, लचीलेपन, एवं सफलता के लिए जवाबदेह होने की अपेक्षा करती है। इसका अर्थ है कि हर व्यक्ति इस आंदोलन की ओर से किए गए (या करने में विफल) कार्यों की सफलता या विफलता की आनुपातिक जिम्मेदारी लेता है। कोई पारदर्शी संस्कृति सभी को एक ही कार्यनीतिक दिशा में साझा करने में समर्थ बनाती है, हमारी परियोजनाओं में विश्वास पैदा करती है, तथा प्रतिभागियों में विश्वास को बढ़ावा देती है।

दक्षता

दक्षता हमारी प्रक्रियाओं, प्रथाओं, और संरचनाओं के डिजाइन का मार्गदर्शन करती है, जिससे प्रभाव के लिए हमारे प्रयासों तथा संसाधनों का प्रयोग उनकी सर्वोत्तम क्षमता तक किया जा सके। दक्षता, वांछित परिणाम उत्पन्न करने के लिए संसाधनों की बर्बादी रोकने की योग्यता है। चूंकि हम इस आंदोलन कार्यनीति की अनुशंसाओं को लागू कर रहे हैं, हम अपनी विशेषज्ञता पर निर्माण करेंगे तथा अपने ज्ञान को साझा करेंगे, साथ ही उन विशिष्ट संदर्भों से अनुकूलन करेंगे जहां कोई आम दृष्टिकोण लागू न किया जा सके, तथा उन प्रभावितों को सार्थक रूप से शामिल करेंगे। विकिमीडिया आंदोलन जैसी व्यापक रूप से विभाजित एवं विकेंद्रीकृत संरचना में केवल जवाबदेही, पारदर्शिता, समन्वय एवं प्रासंगिकता के जरिए ही दक्षता प्राप्‍त हो सकती है। सीखने तथा अनुकूलन करने के लिए इसके निरंतर एवं आवधिक मूल्यांकन की ज़रूरत होती है।

लचीलापन

'लचीलापन यह सुनिश्चित करता है कि हमारा आंदोलन समय के साथ लचीला, आंतरिक एवं बाहरी शक्तियों के लिए अनुकूल हो, तथा संपोषणीय हो। किसी लचीली प्रणाली में कठिनाइयों से जल्द उबरने तथा वापस आने एवं अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने की प्रक्रिया में विकसित होने की क्षमता होती है। पारदर्शिता एवं जवाबदेही के सहारे, हम आंदोलन की कार्यनीतिक अनुशंसाओं के इस सेट से उत्पन्न प्रक्रियाओं, प्रथाओं एवं संरचनाओं को तैनात करने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। इसी तरह, मूल्यांकन तथा प्रतिभागितापूर्ण निर्णय लेने की प्रक्रियाओं के जरिए, हम गतिशील हो सकते हैं, विभिन्न संदर्भों के लिए तुरंत अनुकूलित कर सकते हैं तथा हर स्थिति से सीख सकते हैं।